माधव कॉलेज के चार प्रोफेसर्स के बीच हुआ विवाद

उज्जैन।माधव कॉलेज में आज सुबह चार प्रोफेसर्स के बीच जमकर विवाद हो गया। विवाद का मुख्य कारण मीडिया में छप रही खबरों को लेकर था। सूत्रों के अनुसार बुधवार को एक प्राध्यापक ने दूसरे के नाम का ईशारा करके ताना कसा था कि इनके कारण पहले भी कॉलेज सुर्खियों में रहा था और इनके रिटायर्ड होने तक सुर्खियां बनी रहेगी।

माधव कॉलेज जब देवासगेट स्थित भवन में लगता था उस दौरान प्रोफेसर्स के दो समूहों के बीच अक्सर गुटबाजी के आरोप लगते थे। तत्कालीन समय जब डॉ. सभरवाल कांड हुआ उसके पहले और बाद में मीडिया में लगातार छपी खबरों के चलते एक प्रोफेसर चर्चा में आ गए थे। हालांकि बाद में उन्होंने चुप्पी साध ली थी।

लेकिन अब कॉलेज के स्टाफ रूम के सूत्रों का दावा है कि वे प्रोफेसर एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। यह बात आरोप के रूप में बुधवार शाम तक कॉलेज परिसर में फैलती रही। आज सुबह अचानक जब चारों प्राध्यापकों का आमना-सामना हआ तो एक प्राध्यापक टूट पड़े उन्होंने अपने मन का सारा गुबार दूसरे प्राध्यापक के ऊपर निकाल दिया।

आरोप-प्रत्यारोप के बीच यहां तक कह दिया कि कल वीसी और रजिस्ट्रार कॉलेज के निरीक्षण पर आए थे तब उनके साथ खुसर-फुसर कौन कर रहा था, सबसे पूछ लो। जब विवाद अत्यधिक बढ़ा तो कतिपय महिला प्रोफेसर ने हस्तक्षेप कर मामला शांत किया। हालांकि स्टाफ रूम में चर्चा रही कि आग सुलग गई है। कभी भी दावानल बन जाएगी।

यह कहा था वीसी ने प्राचार्य को

बुधवार को जब वीसी अखिलेश कुमार पांडे और रजिस्ट्रार डॉ. प्रशांत पुराणिक परीक्षा कंट्रोल रूम पहुंचे तो उन्होंने अन्य प्रोफेसर्स की उपस्थिति में प्राचार्य को निर्देश दिए कि परीक्षा कंट्रोल रूम में तत्काल सीसीटीवी कैमरा लगाएं साथ ही वाइस कैप्चर भी लगाएं ताकि चल रही चर्चाएं भी सुनाई दें।

सहायक केंद्राध्यक्ष प्रो. गौरास्या के अनुसार सीसीटीवी कैमरे की डिमांड प्राचार्य को दे दी है। इस सम्बन्ध में प्राचार्य बरनैया ने कहा की कोई विवाद तो हुआ है लेकिन में अभी कॉलेज नहीं पहुंचा हूँ।

Leave a Comment